विधायक का आमरण अनशन का नशा 4 घंटे में उतर गया, क्या यह नौटंकी था ?

विधायक का आमरण अनशन का नशा 4 घंटे में उतर गया, क्या यह नौटंकी था ?


अनूपपुर/पुष्पराजगढ़

अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्दे लाल सिंह आज सुबह मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम पुष्पराजगढ़ को  ज्ञापन देकर 11 बजे सुबह आमरण अनशन में बैठ गए इनका कहना था कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के लाखों आदिवासियो के लिए 09 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस को शासकीय अवकाश घोषित किया था। परंतु भाजपा सरकार ने द्वारा आदिवासी दिवस को अवकाश घोषित नही किया इस प्रकार सरकार की आदिवासियों के प्रति सरकार की नीयत सही नही है इनके कथनी और करनी में अंतर है। मगर विधायक जी का आदिवासियों के प्रति जो नशा था 4 घंटे में ही उतर गया और वो एसडीएम को ज्ञापन देकर अनशन तोड़ कर घर चले गए जब सरकार तक अपनी बात ही पहुँचाना था तो पहले ज्ञापन देकर चले जाते नही तो मांग पूरी होने तक अनशन में बैठे रहते तब आदिवासियों की अच्छे हितैषी कहलाने का तमगा मिलता अदिवादियो के नाम पर 4 घंटे की नौटंकी करने की क्या जरूरत थी क्या मगर इस तरह से लोगो का इस्तेमाल करके वोट की राजनीति खेलना अच्छी बात नही है। जनता जनार्दन सब कुछ समझती है। इस तरह का काम करके विधायक अपनी छवि जनता के सामने खुद खराब करने पर तुले है। अब यह देखने वाली बात होगी कि विधायक जी कब तक आदिवासी दिवस की छुट्टी घोषित करा पाते हैं।

*इनका कहना है*

1.  एसडीएम साहब ने हमारी मांग को शासन तक पहुँचाने की बात कहने पर हम अनशन से उठ गए इस मामले को हम विधानसभा में उठाएंगे।

*फुन्दे लाल सिंह विधायक पुष्पराजगढ़*

2.  मुझे इस मामले की कोई जानकारी अभी नही है

*बृजेश गौतम भाजपा जिलाध्यक्ष अनूपपुर*

3.  विधायक की यह एक नौटंकी हैं अगर आदिवासियों के हितैषी है तो इनको मांग पूरी होने तक अनशन से नही उठना चाहिए।

*राजेश सिंह जिला मीडिया प्रभारी अनूपपुर*

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