108 सेवा कंडम, जिम्मेदार मौन, जनसेवा के नाम पर जिगित्सा कम्पनी डाल रहा डांका
मोटी रकम वसूल कर नही कंपनी नही दे पा रहा सुविधा शासन को लगा रहा चूना
अनूपपुर
प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक और मानव सेवा के लिए प्रदेश भर में 108 वाहन चलाकर आम जनमानस को तत्काल उपचार की व्यवस्था उपलब्ध कराए जाने के लिए बड़े गर्व के साथ आम जनमानस को अपने जनसभा में संबोधित कर बता रहे हैं कि प्रदेश भर में मरीज को तत्कालिक उपचार दिए जाने के लिए हमारे द्वारा 108 वाहन का संचालन किया गया है । यह सत्य बात है कि जब 108 वाहन की शुरुआत शासन द्वारा की गई थी उस वक्त इसका भरपूर लाभ आमजन को मिला था। लेकिन इन दिनों अनूपपुर जिला ही नहीं प्रदेश भर में जिगित्सा कंपनी के द्वारा संचालित वाहन ,पायलट एवं ईएमटी आंसू बहाते हुए देखे जा रहे हैं। कारण की इमरजेंसी सुविधा में लगे वाहन का सही समय पर मेंटेनेंस का कार्य ना होने के कारण अधिकांश वाहनों की स्थिति कंडम हो चुकी है। जिसके सुधार के लिए या तो कंपनी के द्वारा राशि का एलॉटमेंट नहीं किया जा रहा या की उक्त अलॉटमेंट राशि का बीचो बीच बंदरबांट हो रहा है । जिसका खामियाजा दूरदराज के ग्रामीण इलाकों सहित आमजन को भुगतना पड़ रहा है । जिले में इन दिनों जिगित्सा कंपनी के संचालकों द्वारा वाहन को चलाने के बजाय हिला डूलाकर काम करते हुए ,शासन के खजाने से भारी-भरकम राशि का आहरण कर कोरम पूरा किया जा रहा है ।जब की सत्यता यह है कि जिले में चल रहे वाहनों की स्थिति देखने से यह प्रतीत होता है कि कौन सा वाहन किस वक्त कहां खड़ा हो जाए कहा नहीं जा सकता । विगत दिवस पूर्व अमरकंटक मैं बैटरी एवं स्टार्टिंग की समस्या को लेकर मरीजों को रखकर धक्का देकर दौडाते देखा गया था, तो वही आए दिन कहीं मुख्यालय के जैतहरी रोड में तो ,कहीं हाईवे में एक ना एक 108 का कंडम स्थिति में खड़ा वाहन प्रत्येक दिन लोगों को देखने के लिए मिल जाता है । इसी तारतम्य में कल मुख्यालय के कोतमा रोड में कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने मरीज को लेकर वापस आ रहा 108 वाहन टायर खराब होने की स्थिति में खड़ा हो गया था जिसमें स्टेपनी(अतिरिक्त टायर) ना होने की वजह से वाहन वहीं खड़ा रह गया। और मरीज परेशान होते रहे ,ईएमटी ,पायलट, अपने कंपनी के उच्चाधिकारियों एवं अपने नसीब की दुहाई देते हुए मरीज को देखकर अपने आप को कोसते रह गये।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिगित्सा कंपनी के द्वारा कई वर्षों से प्रदेश भर में 108 एंबुलेंस वाहन का संचालन किया जा रहा था ,जिसका अब टेंडर अवधि समाप्ति होने के कगार पर है। जिस वजह से कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी मन लगाकर सेवा संचालन करने में कोताही करते देखे जा रहे है। इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा से परेशान मरीज एवं उनके परिजन सहित जिले के प्रबुद्ध जनों ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह, कमिश्नर राजीव शर्मा ,कलेक्टर सुश्री मीणा ,सहित विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से मांग की है कि ऐसी कंपनी जो ठेका लेने के बाद ,समय पास कर मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ करते हुए, शासन की राशि का दुरुपयोग कर रहा है। उक्त कंपनी का रजिस्ट्रेशन रद्द करते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाना आवश्यक होगा।