नवगठित नगरपंचायतों में कर्मचारियों के भर्ती के नाम पर भाजपा जिलाध्यक्ष की चुप्पी से उठ रहे हैं कई सवाल

भाजपा के राज में क्या पत्रकार स्वतंत्र पत्रकारिता कर पाएंगे, पत्रकार अजीत मिश्रा ने खड़े किए सवाल 


*नवगठित नगरपंचायतों में कर्मचारियों के भर्ती के नाम पर भाजपा जिलाध्यक्ष की चुप्पी से उठ रहे हैं कई सवाल*

*भाजपा जिलाध्यक्ष गौतम को नही मालूम किसी पत्रकार के साथ अभद्रता भी हुई है*

कोतमा। कोतमा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नवगठित डूमर कछार, डोला व वनगवां के तीनों नगरपंचायतों में कर्मचारियों को भर्ती करने के नाम पर जमकर गड़बड़झाला करने का मामला सामने आने के बाद तमाम लोगों के चेहरे से नकाब हटते नजर आ रहा है और माना जा रहा है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच होते ही राजनीतिक दलों के नेताओं का निहित स्वार्थों के लिए किया गया अनमेल गठबंधन भी सामने आ सकता है । क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि राज्य सरकार द्वारा कोतमा विधानसभा क्षेत्र में तीन नगरपंचयत डूमर कछार, वनगवां एवं डोला के गठन की अधिसूचना जारी किए जाने के बाद ही राजनीतिक दलों के नेताओं ने तमाम मर्यादाओं को ताक पर रखकर अपने अपने लोगों को भर्ती कराने के लिए अनमेल गठबंधन कर लाभ उठाने का काम कर लिया और जनसेवा का लबादा ओढ़ कर असली चेहरा छिपाने में अभी तक कथित रूप से सफल हो गए हैं लेकिन क्षेत्र में जो बातें हो रही हैं उसे सुनकर लगता है कि आम जनता भी अब अपने तथाकथित जनसेवकों के चेहरों पर पड़े नकाब के भीतर के असली चेहरों को पहचानने लग गई है । इस मामले ने अब इतना तूल पकड़ लिया है कि अब तथाकथित जनसेवकों से न तो उगलते बन रहा है और न ही लीलते ही बन रहा है लिहाजा सीएमओ को आगे कर पत्रकारों पर आरोप मढ़ना शुरू कर प्रशासनिक अधिकारियों के कंधों के सहारे कर्मचारियों के सूची में छेड़छाड़ कर आधी अधूरी जानकारी देने के लिए दबाव बनाने में सक्रिय हो गए हैं । वही फर्जी भर्ती पर सवाल उठाने वाले पत्रकारों को ही ब्लैकमेलर कहकर प्रेस नोट जारी करने वाले तीनो नगर परिषद के इकलौते मुख्य नगर पालिका अधिकारी राजेन्द्र कुशवाहा पर भी मीडिया कर्मी व श्रमजीवी पत्रकार संघ के संभागीय अध्यक्ष अजीत मिश्रा ने सवाल खड़े किए कि एक अदना सा कर्मचारी मीडिया कर्मियों को ब्लैक मेलर कहता है और मीडिया जब उस अधिकारी के खिलाफ ज्ञापन देती है। तो मामले की जांच करने गए ए एस आई विजय सिंह पर ही वसूली के आरोप लगाकर सी.एम.ओ द्वारा लाइन हाजिर करवा दिया जाता है। उक्त मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष व भाजपा जिला मीडिया प्रभारी का कोई स्टेटमेंट नही आया। वही कुछ पत्रकारों को खुले रूप से धमकी दी जाती है पत्रकारों का अकेले निकलना मुश्किल है। एक पत्रकार के घर मे पत्तरबाजी भी होती है के सवाल पर जिलाध्यक्ष का जवाव कि मुझे घटना की जानकारी नही है। अपने आप मे एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। मीडिया कर्मियों ने मांग की है कि बनगवां डोला डूमर कछार में हुई समस्त भर्तियों को रद्द कर मुख्य नगर पालिका राजेन्द्र कुशवाहा को पद से हटाकर पूरे मामले की जांच की जाए। सच्चाई खुद सामने आ जायेगी। हालांकि उक्त मामले की जानकारी प्रदेस उपाध्यक्ष व अनुपपुर प्रभारी योगेश ताम्रकार को नही थी। मीडिया ने पूरा मामला संज्ञान में लाया व प्रदेस उपाध्यक्ष ने मामले पर उच्च  स्तरीय व कार्यवाही की बात कही है।

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