बेेटी है तो कल है, बेटी होना सौभाग्य की बात- पत्रकार चंद्रभान सिंह

बेेटी है तो कल है, बेटी होना सौभाग्य की बात- पत्रकार चंद्रभान सिंह

*पत्रकार भाई राठौर को पुत्री प्राप्ति पर सभी पत्रकारों और मित्रों ने दी बधाई*


(संभागीय ब्यूरो चीफ चन्द्रभान सिंह राठौर कि कलम से)

अनूपपुर 

समाजसेवी पत्रकार एवं संभागीय ब्यूरो चीफ एवं संभाग प्रमुख संभाग शहडोल के भाई चंद्रभान सिंह राठौर को प्रथम पुत्री श्रीया कि प्राप्ति पर पत्रकार, मित्र के अलावा अस्पताल के स्टॉफ एवं पत्रकारों ने बधाई देते हुए खुशियां बांटी हैं।

बेटी होना सौभाग्य कि बात, देश और जीवन में गौरव होती हैं बेटी -  पत्रकार राठौर

बेटी होना किस्मत और सौभाग्य की बात है कहते हुए हमारे पत्रकार एवं समाजसेवी भाई चंद्रभान सिंह राठौर ने कहा कि यह सीजन लगभग मानों पुत्र प्राप्ति का सीजन हो ऐसा व्यतीत हुया क्योंकि जिला चिकित्सालय में इस सप्ताह जितने भी डिलेवरी हुये चाहे वह नॉर्मल हो या ऑपरेशन द्वारा सभी को पुत्र हुये है परन्तु लगभग मात्र दो ही ऐसे केस हैं जिनमे पुत्री प्राप्ती हुई कहते हुए भाई राठौर ने कहा कि मैंने जो चाहा था वह ईश्वर ने हमें प्रदान किया और सदैव माता रानी का हाथ और आशीर्वाद उन पर बनी रहती है और ऐसे ही बनी रहे तथा ईश्वर सभी की रक्षा करें कहते हुए भाई पत्रकार राठौर ने अपनी खुशियां और सभी को बधाइयां देते हुए अपनी मन की बात कही। और इनके द्वारा अपनी प्रथम पुत्री रत्न प्राप्ती पर स्वयं ही नामकरण किया गया।

*परेशानी से गुजर कर हुआ श्रीया का जन्म*

आपको बता दें कि कि बीते दिन रात्रि गुरुवार को लगभग दिन भर ही श्रीया की मम्मी ललिता को दर्द का आभास हुआ और उसके 2 दिन पहले से ही उनको दर्द बनी रहती थी इसके दरमियान भाई राठौर और भाभी ललिता ने धैर्य नहीं खोया जब कष्ट ज्यादा होने लगा तो जानकारी के लिए गांव की ही महिला जिन्हें वह दादी की तरह मानती हैं चौधराइन दादी को बुलाते हुए उनको दिखाने पर उनके बातों को मानते हुए बीते दिन शुक्रवार कि रात 1:00 से 1:30 बजे 108 के एम्बुलेंस कि सहायता से भारी बरसात होने के बावजूद जिला चिकित्सालय अनूपपुर में पहुंच कर भाभी ललिता को उपचार कराते हुए एडमिट कराया जहां उन्हें बेटी श्रीया के गले में कोल्ड (नाड़ा) फसने की बात 19 जून को सोनोग्राफी के दरमियान पहले ही पता चल गया था फिर भी ध्यान रखते हुए उन्होंने डॉक्टर और अपनी दादी के परामर्श पर निरंतर उपचार चलने दिया तत्पश्चात गर्व से जन्म लेने के पहले आधे रास्ते पर शिशु के फंसने की बात सामने आई ईश्वर और माता रानी की कृपा से एवं सभी के मेहनत से कठिन प्रयास के बाद बीते दिन शुक्रवार को लगभग 6:12 मिनट शाम को बेटी श्रीया का जन्म हुआ एवं भाग्यशाली लक्ष्मी कि प्राप्ती भाई पत्रकार राठौर को और भाभी ललिता को प्राप्ति हुई क्योंकि ऐसे केस बिना सीजर ऑपरेशन के नहीं होते हैं।

*बहुत खुशी का और हर्ष का रहा माहौल*

भाई पत्रकार राठौर और उनके परिवार में खुशी और हर्ष का माहौल रहा साथ ही समस्त पत्रकार साथी अनूपपुर एवं संभाग के पत्रकारों के बीच वार्ता के द्वारा फोन पर एक दूसरे से खुशी जाहिर की गई एवं उनके ग्राम क्योंटार में सभी ने उमंग से बेटी श्रीया की आने की खुशी मनाई।

*सभी का किया आभार व्यक्त*

भाई पत्रकार राठौर ने डॉक्टर को भगवान माना जाता है और इन्होंने फिर से यह साबित कर दिया कहते हुए बताया कि डॉक्टर  सोषण खेस और जिला चिकित्सालय के तीनों सिप्ट के स्टॉफ एवं डॉक्टर अल्का तिवारी के कथित प्रयास के साथ चौधराइन दादी के परामर्श और परिश्रम तथा आशा सहायिका सुनीता कोल के साथ समस्त परिवार जनों एवं सभी के साथ के लिए सभी का आभार व्यक्त किया और बेटी श्रीया को इनकी बेटी कहा। साथ ही बताया कि गर्भवती महिला के डिलेवरी के दरमियान मां और शिशु का पुनर्जन्म होता है और इस पर इनके साथ इनके मां एवं ससुराल पक्ष के साथ बड़े भैया भाई जमुना सिंह राठौर की अहम भूमिका रही।

*दुनिया को दिया संदेश*

पत्रकार भाई एवं राठौर ने संपूर्ण समाज एवं विश्व से आग्रह किया है कि जो भी बेटियों को बोझ समझकर भ्रूण अपराध करते हैं या बेटियों को मजबूरी या परेशानी समझकर अपने से वंचित या दूर रखते हैं उनसे कोटि - कोटि नमन करते हुए आग्रह करते हैं कि बेटियां देश का भविष्य और जीवन का गौरव इन की गरिमा को समझें और उनकी महानता को बनाते हुए इन्हें बचाएं और समाज में इन्हें सुरक्षित रखें इससे देश और समाज का हित है।

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