दर दर भोजन के लिए भटकते अनाथ बच्चे को पहुँचाया गया ममता बाल गृह
*जन अभियान के वालेंटियर, आशा कार्यकर्ता, महिला बाल विकास पर्यवेक्षक की अहम भूमिका*
अनूपपुर/डोला
डोला नगरपरिषद में एक अनाथ किशोर बालक की सूचना मिली जिनके माता पिता एवं भाइयों की मृत्यु हो जाने के पश्चात वह किशोर बालक अनाथ हो गया । जिनके माता पिता ने अंतर्जातीय विवाह किया था। पिता यादव एवं माता कोल जनजाति की होने से दोनो समाज ने विवाहित जोड़े का बहिष्कार कर दिया। जिससे माता पिता की मृत्यु हो जाने के बाद सम्बंधित परिवार से कोई व्यक्ति आगे नही आया । किशोर बालक दिन भर भटकता लेकिन उसे कभी भोजन नही मिलता तो कभी आस पड़ोस के लोग व आशाकार्यकर्ता प्रभा के द्वारा भोजन करवाया गया, जैसे ही महिला बाल अधिकारी को इस बात का पता चला तभी उन्होंने संज्ञान लेते हुए महिला बाल विकास की पर्वेक्षक सीमा सिंह को सभी जानकारी एकत्रित कर किशोर बालक को अनूपपुर लाने के लिए कहा । पर्वेक्षक द्वारा जन अभियान परिषद के वालेंटियर सुमिता शर्मा एवं विनीता मिश्रा को यह बात बताई गई जिसके बाद कई कठिनाइयों से किशोर बालक को आशाकार्यकर्ता द्वारा खोज कर किशोर बालक के मन की बात सुनी गई । उनके पश्चात उनकी काउन्सलिंग की गई, जिससे किशोर बालक ने स्वयं बाल गृह रहने की बात कही ।
किशोर बालक के सुरक्षित भविष्य के लिए बच्चे को श्री मति मंजूषा शर्मा जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी महिला बाल विकास के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिसके बाद उन्होंने श्री विनोद परस्ते ज़िला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास के संज्ञान में लाया । बाद में महिला बाल विकास के अधिकारियों द्वारा बाल कल्याण समिति में किशोर को भेजा गया जहाँ उसकी बाल कल्याण समिति के सदस्यों द्वारा काउन्सलिंग करने के बाद किशोर बालक को चाइल्ड लाइन को सुपुर्द कर ममता बाल गृह अनूपपुर भेजा गया ।