पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के लगे आरोप जाँच करने पहुँची टीम
*ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, 7 दिनों में कार्यवाही नही तो जनपद के होगा घेराव*
अनूपपुर/पुष्पराजगढ़
प्रदेश सरकार द्वारा पिछले कई सालों में गांवों में बहुत सी विकास कार्य किए गए । कच्ची सड़को की जगह पक्की सड़को ने ले ली और इसके साथ ही गांवों में कई विकास कार्य हुए लेकिन पड़रिया ग्राम पंचायत में यह विकाश सिर्फ कागजो तक सीमित रह गया और विकाश की आड़ में सिर्फ भ्रस्टाचार हुआ।
ग्राम पंचायतों में लगातार भ्रष्टाचार बढऩे के पीछे की मुख्य वजह जिम्मेदार अफसरों द्वारा कार्रवाई न करना व उनकी गलतियों पर पर्दा डालना है। ऐसा ही एक मामला पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत पडरिया का है।
जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के अंतर्गत ग्राम पंचायत पडरिया में विकास कार्यों की पोल खुल रही है। ग्रामीण का आरोप है कि ग्राम पंचायत में कोई भी कार्य सही तरीके से नहीं किए गए हैं, वहीं श्मशान घाट के निर्माण को भी नहीं छोड़ा। ग्राम पंचायत में आने वाली विकास कार्यों की राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। ग्रामीणजनों का कहना है कि जांच कराई जाए तो लाखों रुपए का भ्रस्टाचार उजागर होगा ।
*नही हुआ मजदूरी भुगतान*
मनरेगा में कैसे भ्रष्टाचार हुआ वह बताया। मजदूरी का भुगतान ना होना यह सबसे बड़ी समस्या है ग्राम पंचायत पडरिया का लेकिन जितने भी काम ग्राम पंचायत मे हुए है उनकी राशि तो पूरी निकाली जा चुकी है लेकिन लेबरों का भुगतान अभी तक नही हो पाया है ।चाहे वह सी सी रोड हो या पशु सेड निर्माण सभी मे मजदूरों का भुगतान शेष है।
*जाँच के लिए ग्रामीणों ने दिया आवेदन*
पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत पडरिया के सचिव आनंद महोबे के खिलाफ ग्राम पंचायत में जितने भी कार्य हुए हैं उन सब की शिकायत ग्राम वासियों ने वासियों ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अनुविभागीय अधिकारी पुष्पराजगढ़, मुख्य कार्यपालन अधिकारी पुष्पराजगढ़ को एवं सांसद , विधायक व कलेक्टर महोदय को शिकायत की प्रति दी गई एवं 7 दिनों के अंदर कार्यवाही ना होने पर जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ का घेराव व चक्का जाम धरना प्रदर्शन करने की बात कही है ।
*यह है मामला*
पड़रिया के प्रभारी सचिव आनंद महोबे के द्वारा निर्माण कार्यों की राशि को खयानत करने व निर्माण कार्य को पूर्ण न किए जाने की भौगोलिक जांच करवाए जाने के पश्चात तत्काल सचिव आनंद महोबे को ग्राम पंचायत पडरिया से हटाए जाने के संबंध में एवं इनके द्वारा जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं उसकी जांच कर कार्यवाही करने हेतु आवेदन पत्र उच्च अधिकारियों को दिया गया है ।
*सचिव पर लगेभ्रस्टाचार के आरोप*
ग्राम पंचायत सचिव पर ग्रामीणों ने भ्रस्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए है सचिव द्वारा करवाए गए 16 कार्यो में अनियमितता की शिकायत शिकायतकर्ता द्वारा की गई है और मांग की गई है कि सभी मामलों की निष्पक्ष जांच कराई जाए ।
*खंडहर में तब्दील हुआ पंचायत भवन*
ग्राम पंचायत पड़रिया वैसे ही भ्रष्टाचार के मामले में सबसे ऊंचे स्थान पर है इतना भ्रष्टाचार होने के बावजूद आज तक पंचायत भवन का निर्माण नहीं हो सका पंचायत भवन ऐसी ही जर्जर स्थिति में पड़ा हुआ है कब किसके ऊपर छत गिर पड़े इसको देखने वाला भी नहीं है ग्राम वासियों के द्वारा बताया गया की है पंचायत भवन बहुत पुराना है जो कई वर्षों पहले बना था पंचायत भवन के अंदर घुसने की हिम्मत नहीं होती छत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है कभी भी गिर जाए इसका कोई भरोसा नहीं ग्रामीण के द्वारा यह भी बताया गया इसमें लगभग 20 वर्षों से ना तो पोताई हुई ना ही इसकी रखरखाव में कोई पैसा लगाया गया जब से आनंद महोबे सचिव बन कर आए हैं तक से पंचायत का दरवाजा ही नहीं खुलता आज तक ना तो सरपंच और ना ही सचिव पंचायत में नहीं आते हैं।
*जांच करने पहुंची टीम*
ग्राम पंचायत पड़रिया ग्राम वासियों द्वारा बताया गया कि जब शिकायत कलेक्टर महोदय को दिया गया तभी कलेक्टर महोदय द्वारा उक्त ग्राम पंचायत की जांच करने हेतु अनूपपुर जिला के साथ पुष्पराजगढ़ जनपद के अधिकारियों को जांच हेतु ग्राम पंचायत पड़रिया भेजा गया जहां अधिकारियों द्वारा सड़क निर्माण एवं पशुशेड एवं जितने भी सड़क निर्माण हुए हैं उन सबकी जांच करते हुए प्रतिवेदन बनाया गया अब देखना यह है कि इस जांच में क्या कार्रवाई होती है।