कोयला मालगाड़ी के 26 डिब्बे गिरे थे पुल से रेलवे का राहत कार्य जारी

कोयला मालगाड़ी के 26 डिब्बे गिरे थे पुल से रेलवे का राहत कार्य जारी


*दुर्घटना का कारण स्लीपर के फ्रैक्चर को माना जा रहा है जांच जारी है*

अनूपपुर

शुक्रवार की शाम कोयले से भरी मालगाड़ी निगौरा और वेंकट नगर रेलवे स्टेशन के बीच अलान नदी में बने नए रेल लाइन पर मालगाड़ी के 26 डिब्बे पटरी छोड़ दिए जिससे पुल के नीचे 16 डिब्बे नदी में गिरकर क्षतिग्रस्त हो गए और 10 डिब्बे पुल और पुल के पहले मालगाड़ी से अलग हो गए। दुर्घटना का कारण स्लीपर के फ्रैक्चर को माना जा रहा है। शनिवार को बिलासपुर मंडल के रेल अधिकारी रेलवे के विभिन्न विभागों के सैकड़ों कर्मचारियों- अधिकारियों के साथ दुर्घटना स्थल शुक्रवार की शाम पहुंच कर राहत कार्य में जुट गए हैं शनिवार को पूरे दिन क्षतिग्रस्त रेल ट्रैक को सुधारने सहित पुल के ऊपर जो क्षतिग्रस्त बोगियों थी उन्हें ट्रेक ट्रेन हटाने का कार्य चलता रहा। इस दौरान बिलासपुर से कई वरिष्ठ अधिकारी भी चल रहे राहत कार्य का जायजा लेने पहुंचे। बिलासपुर से कटनी के मध्य तीसरी लाइन का काम चल रहा है पेंड्रा से निगौरा के बीच तीसरी रेल लाइन बन चुकी है। 1 साल पहले इस लाइन को परिचालन में लाया जा चुका है। शुक्रवार को हुई दुर्घटना के बाद बिलासपुर मंडल में हड़कंप मच गया। 58 बैगन की यह माल गाड़ी कोरबा के कुष्मांडा साइडिंग से द्वारा बरांज  एनटीपीसी प्लांट कोयला लेकर जा रहा था। दुर्घटना स्थल पर रेलवे के अधिकारी युद्ध स्तर पर राहत कार्य जारी रखे हुए हैं इस ट्रेक के सुधार में करीब सप्ताह भर का समय लगेगा। पुल के पहले करीब 50 मीटर तक तीसरी लाइन की स्लीपर जगह-जगह से क्रेक हो गई है। शुक्रवार की दोपहर करीब 3.57 बजे यह रेल हादसा हो गया था। करीब 30 फीट नीचे आलान नदी पुल में मालगाड़ी के गुजरने के दौरान यह दुर्घटना हुई। हादसे का कारण रेल फ्रेक्चर को माना जा रहा है। इससे तीसरी लाइन के रूप में ट्रेनों का परिचालन आंशिक रूप से प्रभावित तो हुआ लेकिन उक्त पुल के बाजू में दूसरी रेल लाइन से मालगाड़ी हुआ सवारी गाड़ियों का परिचालन सुचारू रूप से जारी रखा गया है।

 जिले के वेंकटनगर-निगौरा यार्ड के नजदीक जरेली गांव के पास यह हादसा हुआ।फिलहाल रेलवे ने राहत व बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया है। बताया गया मालगाड़ी के बीच के डिब्बे पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए भरभरा कर एक के बाद गिरे। गार्ड ब्रेक समेत 26 डिब्बे पटरी से उतर गए। नुकसान का आकलन अभी नहीं हो सका है।इस दुर्घटना में नवनिर्मित पुल को भी खासा नुकसान पहुंचा है। पुल के ऊपर की स्लीपर तथा रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई है।

 तीसरी लाइन बनने के बाद 8 अगस्त 2020 को पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा था कि कोरोना कॉल में रेलवे ने अच्छा फायदा उठाया और अनूपपुर -पेंड्रा के बीच 26 किलोमीटर की तीसरी रेल लाइन समय से पहले पूरा कर ली। इस दुर्घटना के बाद लोग कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं।

 26 बोगियां क्षतिग्रस्त हुई हैं।एडीआरएम सहित अन्य विभागीय अधिकारी दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर राहत कार्य का निरीक्षण किया है। एक साल पहले ही इस रेल लाइन और पुल बनाया गया था और परिचालन शुरू कर दिया गया था। यहां इंजीनियरिंग, टीआरडी सेफ्टी और रिलीफ ट्रेन के कर्मचारी अधिकारी मौजूद हैं। 

*इनका कहना*

 पेंड्रा ,बिलासपुर और शहडोल के विभिन्न विभागों के टीम यहां राहत कार्य में जुटी हुई है जल्द ही इस ट्रेक का सुधार कार्य कर लिया जाएगा।

अंबिकेश साहू जनसंपर्क अधिकारी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर

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