धमकी देकर न्यायालय के आदेश को भूमाफिया दिखा रहे ठेंगा, कर रहे अवैध कब्जा
*पुश्तैनी भूमि पर हो रहे अवैध कब्जे को लेकर पीड़ित ने थाने पर दर्ज कराई शिकायत*
*पटवारी हल्का कोतमा ग्राम लहसुई रेलवे ब्रिज के सामने ईदगाह के इर्द गिर्द हितग्राही की भूमि पर दबंगों का अवैध कब्जा जारी भूमि स्वामी को मिल रही जान से मारने की धमकी, पीड़ित पक्ष ने सिविल कोर्ट में न्याय की लगाई गुहार!*
अनूपपुर/कोतमा
कोतमा तहसील क्षेत्र में इन दिनों भू माफियाओं का बोल वाला देखते बनता है। दबंगों की दबंगई के आगे राजस्व कर्मचारी व अधिकारी भी बौने नजर आते, पुश्तैनी पट्टे धारियों की भूमि पर जबरन अवैध कब्जा भूमाफिया कर रहे हैं। भूमाफियाओं को कहीं ना कहीं कुछ सफेद पोशाक नेताओं का खुला संरक्षण मिलने से निडर होकर भूमाफिया आज कोतमा तहसील क्षेत्र के आसपास चाहे वह शासकीय भूमि या पुश्तैनी पट्टे धारियों की भूमि हो, माफिया 24 घंटे अवैध कब्जा करने फिराक पर पर लगे रहते हैं ।
*शासकीय व आदिवासियों की जमीन पर फर्जी आदिवासियों बनकर हो रहा फर्जीवाड़ा*
कोतमा तहसील में विगत दिनों में ऐसे प्रकरण सामने आए भू माफिया राजस्व अधिकारी और कर्मचारियों की सांठगांठ से लाखों-करोड़ों कीमती शासकीय भूमि का भी कूटरचित दस्तावेज तैयार गुपचुप तरीके से अपात्र व्यक्तियों का पट्टा दूसरे भूस्वामियों की पुश्तैनी भूमि का बना दिया जाता है ,खसरे पर बटन बड़ा घटाकर फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है।आदिवासियों की पुश्तैनी भूमि पर फर्जी आदिवासी बनकर क्रय विक्रय का खेल भी कोतमा इस्लामगंज आसपास क्षेत्र में जमकर फल फूल रहा है ,ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी व राजस्व विभाग के उच्च अधिकारियों को नहीं है लेकिन अधिकारी महोदय भी जान कर भी अंजान बन बैठते हैं और गरीब असहाय भूस्वामी अपने पुश्तैनी भूम को पाने के लिए अधिकारियों के कार्यालय पर चक्कर लगा लगा कर थक जाते हैं, पर न्याय उनसे कोसों दूर खड़ी नजर आती है ।भूमाफिया कोतमा तहसील में इतने दबंग है कि कहीं ना कहीं राजनीति पहुंच पकड़ के आगे सही मायने में गरीबों को न्याय नहीं मिल पाता,कोतमा क्षेत्र में कुछ दबंग भू माफिया अपने आपको समाज ठेकेदार स्थापित करने में लगे हुए हैं और पर्दे के पीछे रहकर गरीब असहाय आदिवासियों की पुश्तैनी भूस्वामियों की भूमि पर अवैध कब्जा करने के फिराक लगे रहते हैं। भूस्वामी यदि अपनी भूमि पर अवैध कब्जा करने से रोकते हैं तो दबंग भूमाफिया कुछ असामाजिक को एकत्रित कर भूस्वामी को डराया एवं धमकाया जाता है।
*भूस्वामी की पुश्तैनी भूमि पर दबंग भू माफियाओं का कब्जा*
पीड़ित मोहम्मद याकूब मंसूरी पिता मरहूम हाजी अब्दुल कादिर निवासी वार्ड क्रमांक 8 इस्लामगंज द्वारा दिनांक 17 .6.2021 को कोतमा थाने में लिखित शिकायत करते आरोप लगाया प्रार्थी की स्वामित्व पट्टे एवं कब्जे दखल की आराजी खसरा नंबर 256/2 रकवा 0.3 56 हेक्टेयर मौजा ग्राम लहसुई पटवारी हल्का कोतमा रा.नि.म. कोतमा तहसील कोतमा जिला अनूपपुर मध्यप्रदेश में स्थित है, आराजी के अंश भाग 17X89 वर्ग फीट पर मोहम्मद इकबाल अहमद पिता अब्दुल लतीफ निवासी वार्ड क्रमांक 14 लहसुई गांव कोतमा द्वारा ईदगाह के इर्द गिर्द पटवारी की भूमि पर अवैध कब्जा जबरन किया जा रहा है, पट्टा धारी भूस्वामी के मना करने के बाद भी उक्त भूमि पर निर्माण कार्य जारी किया जा रहा है ।
*न्यायालय तहसील कोतमा से स्टे आदेश को दिखा रहे दबंग ठेंगा*
पीड़ित मोहम्मद याकूब मंसूरी पिता मरहूम हाजी अब्दुल कादिर निवासी वार्ड क्रमांक 8 इस्लामगंज कोतमा ने बताया की आराजी खसरा नंबर 256/1 रखवा नंबर 0.3 56 हेक्टेयर एवं खसरा नंबर 264 भूस्वामी का पट्टे की पुश्तैनी भूमि है, कुछ चिन्हित भू माफिया दबंग मोहम्मद इकबाल अहमद पिता अब्दुल लतीफ निवासी लहसुई गांव वार्ड नंबर 14 द्वारा शिकायतकर्ता के उक्त पट्टे की भूमि पर अवैध कब्जा कर रहा है और वही पर्दे के पीछे अब्दुल मोईद रहकर षड्यंत्र का खेल खेल रहा है। आए दिन भूमाफिया से तंग आकर भूमिस्वामी को न्यायालय तहसील कोतमा जाना पड़ा। खसरा नंबर 256 /1 रखवा 0.3 56 हेक्टेयर के आराजी अंश भाग 17X 89 वर्ग फिट वर्तमान में कब्जा किया जा रहा था ।वहीं पूर्व में खसरा नंबर 264 रखवा 0.22 7 आराजी भूमि पर 83X 118 वर्ग फिट पर अवैध कब्जा कर ईदगाह बनाई गई हैं।न्यायालय तहसील कोतमा द्वारा सुनवाई करते हुए भूमि स्वामी दिनांक 25.6 .2021 को बड़ी राहत देते हुए उक्त मामले में 13.7.2021 तक स्टे आदेश जारी कर दिया जाता है,इसके बाद भी कुछ समाज के ठेकेदार दबंग इकबाल अहमद एंव अब्दुल मोईद निडर होकर भूमि स्वामी की भूमि पर अवैध कब्जा किया जाता है और न्यायालय के आदेशों को ठेंगा दिखाया जाता है। वही न्याय पाने के लिए पीड़ित पक्ष द्वारा अपने हक व पुश्तैनी भूमि पर हो रहे जबरन अवैध कब्जा करने व हटाने को लेकर सिविल कोर्ट कोतमा में भी मामला चल रहा है, न्यायालय में मामला विचार होने के बाद भी दबंग भूमाफिया कब्जा करने में लगे हुए।
*इनका कहना हैं*
न्यायालय संबंधित मामला है आप न्यायालय में आकर उक्त संबंध में बात करें और जानकारी ले, फोन पर न्यायालय संबंधित आदेशों पर चर्चा नहीं की जा सकती ,दोनों पक्षों को सुने बगैर
*मनीष शुक्ला तहसीलदार कोतमा*