ब्लैक मेलिंग का आरोप, तानाशाह अधिकारी के विरुद्ध पत्रकारों ने थाना में सौपा ज्ञापन

ब्लैक मेलिंग का आरोप, तानाशाह अधिकारी के विरुद्ध पत्रकारों ने थाना में सौपा ज्ञापन


*समस्त पत्रकारों ने अपमानजनक टिप्पणी करने वाले अधिकारी के खिलाफ फूंका बिगुल*

अनूपपुर/कोतमा

कोतमा/ क्या भाजपा शासनकाल मे प्रशासनिक अधिकारियों, का रौब इतना बढ़ गया है कि अब प्रशासनिक अधिकारी पत्रकारों को भी धमकाने और चमकाने लगे है। ताजा मामला राजनगर का है, जहां लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों के साथ प्रशासनिक अधिकारी प्रभारी सीएमओ नेे अभद्रता की सीमा लांघते हुए न केवल उन्हें भर्तियों के संबंध में जानकारी देने से इनकार करते हुए वही ब्लैकमेलर एवं डिग्री हीन कहकर अपमानित करते हुए धमकी दी अपितु नवगठित नगर पंचायत में हुए भर्ती का समाचार प्रकाशन कर रहे पत्रकार कहां रहता है पानी बिजली कहां से मिलती है वह भी बंद करने की धमकी दे डाली।

राजनगर के पत्रकार विजय,  जयसवाल, प्रकाश सिंह परिहार ने नवगठित नगर पंचायत, डोला डूमर कछार, बनगवां नवगठित नगर पंचायत में हुए भार्ती के संबंध में लगातार निष्पक्ष खबरों का प्रकाशन कर रहे थे। क्षेत्र के सभी पत्रकारों ने क्षेत्र में नवगठित नगर पंचायत में हुई भर्तियों के संबंध में कवरेज कर रहे पत्रकारों के साथ प्रशासनिक अधिकारी के व्यवहार को अभद्र और अमर्यादित बताते हुए इसकी कड़े शब्दो में निंदा की है।

मामले को लेकर दी गई प्रतिक्रिया में राजनगर भगत सिंह चौक में क्षेत्र के पत्रकारों ने एकत्रित होकर निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए कहा कि नवगठित नगर पंचायत में पदस्थ प्रभारी सीएमओ द्वारा जो पत्रकारों के साथ अभद्र और अमर्यादित भाषा का उपयोग किया गया है, उसके लिए प्रभारी सीएमओ पत्रकारों से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे,पत्रकारों पर प्रभारी सीएमओ द्वारा ब्लैक मेलिंग के आरोपों का अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा जांच किया जाए अन्यथा तीन दिवस के अंदर पत्रकार नवगठित नगर पंचायत के समक्ष शांतिपूर्ण आमरण अनशन एवं तीव्र आंदोलन करेंगे। पत्रकार हमेशा शासकीय समाचारों को प्रमुखता से प्रकाशित करते है, शासन, प्रशासन की योजनाओं को जनता तक लाने में पत्रकार ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है और जब आज कोरोना संक्रमण को लेकर पत्रकार, प्रशासन के साथ इसे रोकने में जुटा है, तब पत्रकारों के साथ प्रभारी सीएमओ जानकारी मांगने पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे है जो घोर निंदनीय है, जिसका क्षेत्र के सभी पत्रकारों ने कहा इसकी कड़ी निंदा की जाती है रामनगर थाना में पत्रकारों ने सामूहिक ज्ञापन देते हुए पुलिस से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की।

शासन, प्रशासन की खबरों के साथ जीवंत मुद्दो और समस्या को उठाने वाले पत्रकारों के साथ यदि प्रशासनिक अधिकारी इस तरह का आपत्तिजनक व्यवहार कर रहे है तो समझा जा सकता है कि आम लोगों के साथ उनका व्यवहार कितना कटु होगा। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते है कि प्रदेश की जनता से प्रशासनिक अधिकारी विनम्रतापूर्वक और सम्मान से साथ बात करें, लेकिन इसके विपरित कोयलांचल में नवगठित नगर पंचायत के प्रशासनिक अधिकारी, अपनी सीमाओं को लांघकर अर्मादित आचरण कर प्रशासनिक सेवा पर दाग लगाने का काम कर रहे है, इससे पूर्व अनूपपुर जिले में कभी इस तरह की कोई गुस्ताखी किसी प्रशासनिक अधिकारी ने की हो, ऐसा कभी देखने में नहीं आया है लेकिन हालिया दिनो में जिस तरह से नवगठित नगर पंचायत में पदस्थ प्रभारी सीएमओ प्रशासनिक अधिकारी, पत्रकारों को लेकर जो नाराजगी दिखा रहे है, उससे पत्रकार जगत हतप्रभ और स्तब्ध है।

*क्या है मामला*

मामला नवगठित नगर पंचायत के कर्मचारी भर्ती में अनियमितताओं के नागरिकों द्वारा किए जा रहे हैं शिकायतों पर राजनगर के युवा पत्रकार विजय जायसवाल, प्रकाश सिंह परिहार द्वारा लगातार नवगठित नगर पंचायत में कर्मचारी भर्ती पर हुए सांठगांठ का निष्पक्ष निर्भीक होकर लगातार खबरों का प्रकाशन कर रहे थे नागरिकों द्वारा नवगठित नगर पंचायत में पदस्थ प्रभारी सीएमओ पर भी हुए भर्ती में अनियमितताओं की गई गंभीर आरोप लगने पर पर पत्रकारों द्वारा खबर का प्रकाशन किया गया था जिससे बौखलाए प्रभारी सीएमओ ने पत्रकारों से डिग्री रखकर कार्यालय में आने की बात कर दी जिसका एक प्रेस नोट भी साहब द्वारा जारी किया गया जबकि जन चर्चा यह है कि साहब स्वयं जुगाड़ से प्रभारी बनकर कुर्सी में बैठे हैं।

*कर्मचारी भर्ती के निष्पक्षता पर क्षेत्र के नागरिक उठा रहे सवाल*

जिसकी खबर लेने प्रिंट मीडिया के क्षेत्रीय पत्रकार साथी विजय जयसवाल, प्रकाश सिंह परिहार और क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता साहब से कर्मचारियों के संबंध में  जानकारी लेने नवगठित नगर पंचायत पहुंचे थे। जहां कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों के साथ पहले, खबर कवरेज को लेकर रोकने का प्रयास किया गया, जिस पर पत्रकारों ने कहा कि यह उनका काम है और उन्हें करने दे, जिस पर प्रभारी अधिकारी अभद्रता पर उतारू हो गये और पत्रकारों को डिग्री साथ में रखकर कवरेज करने की बात कहने लगे। जिसको लेकर पत्रकारों ने अपनी बात रखने का प्रयास किया लेकिन जुगाड़ से साहब बने प्रभारी अधिकारी आग बबूला होकर पत्रकारों पर ही ब्लैक मेलिंग करने के आरोप लगाने लगे।अधिकारी की अभद्र व्यवहार से एक कदम आगे कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों को ही आवेश दिखाने लगे और आवेश में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मैं पत्रकारों की डिग्री जांच कर ही उन्हें जानकारी दूंगा ,मेरे रहते हुए , उंची आवाज में बोलने का अधिकार केवल कुर्सी में बैठे अधिकारी को है तुम लोगों के पास कोई डिग्री नहीं है एक प्रशासनिक अधिकारी के पत्रकारों को कहे गये इस बोलवचन के बाद क्षेत्रीय पत्रकारों ने गहरी नाराजगी जाहिर की है और प्रशासनिक अधिकारी क्षेत्र के विकास के प्रमुख कार्यालय नवगठित नगर पंचायत में पदस्थ प्रभारी सीएमओ से क्षेत्र के पत्रकारों से इस व्यवहार को लेकर पत्रकारों ने तत्काल प्रभारी सीएमओ को हटाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस घटना की जानकारी पत्रकारो ने जिला संगठन पत्रकार संघ को भी दे दी है।

*क्षेत्र के पत्रकारों ने कहा बर्दाश्त योग नहीं अधिकारी का बर्ताव*

कोतमा,भालूमाडां बिजुरी, रामनगर सहित क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा कि क्षेत्र में पत्रकार निष्पक्षता के साथ समाचार पत्रों का प्रकाशन कर रहे है, अंचल की शासन और प्रशासनिक जानकारी को पत्रों के माध्यम से आम लोगों तक निष्पक्ष जान की बाजी लगाकर पहुंचाने का काम कर रहे है, उसके बाद पत्रकारों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों का ऐसा व्यवहार, अमर्यादित और पत्रकारों के सम्मान के खिलाफ है। जिसकी वह कड़ी भर्त्सना करते है। क्षेत्र के सभी पत्रकारों ने यह निर्णय लिया है कि जब कि पत्रकारों से अभद्र व्यवहार करने वाले प्रभारी अधिकारी द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का उच्च स्तरीय जांच कराते हुए बेबुनियाद पत्रकारों के छवि को खराब कर रहे प्रभारी अधिकारी पर कठोर कार्यवाही नहीं की जाती है। तब तक क्षेत्रीय पत्रकार साथी शासन और प्रशासन के समाचार का प्रकाशन नहीं करने के लिए भी बाध्य होंगे, और जरूरत पड़ी तो अपने अपने सम्मान के लिए सड़क पर निकलकर आंदोलन भी करंगे।

*आम नागरिक किसी भी अधिकारी से मांग सकते हैं जानकारी*

क्षेत्र के सभी पत्रकारों ने कहा की क्षेत्र के किसी भी अधिकारी से पत्रकार जनहित के मुद्दों की जानकारी मांग सकता है। नगर पंचायत में हुए कर्मचारी भर्ती के संबंध में जानकारी मांगने पर प्रभारी,अधिकारी द्वारा पत्रकारों के साथ किये गये दुर्व्यवहार को लेकर क्षेत्र के सभी पत्रकार सकते में आ गये है क्या डिग्री गले में लटका कर साहब के पास जाना पड़ेगा। क्षेत्र के बुद्धिजीवियों ने कहा कि लोकतंत्र के चतुर्थ स्तंभ पत्रकारों के साथ जो व्यवहार जुगाड़ से अधिकारी बने साहब द्वारा किया गया है वह काफी निंदनीय है। सीएमओ जैसे अधिकारी का पत्रकारों को ऐसा बोलना शोभा नहीं देता है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी पत्रकारों के साथ और प्रभारी सीएमओ द्वारा किये गये अभद्र व्यवहार की तीखी आलोचना किए है, उन्होंने अधिकारियो के व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि संविधान और किस कानून में प्रशासनिक अधिकारियों को यह अधिकार मिला है कि वह आम लोगो और पत्रकारों के साथ इस तरह बात करें जानकारी मांगने पर ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए ब्लैक मेलिंग यदि साहब के साथ किया गया है तो साक्ष के साथ प्रस्तुत करें पत्रकारों पर मन गलत आरोप लगा देने से किए गए भ्रष्टाचार की पोल खोलना बंद नहीं होगा।

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