अधिकारियों का गोल मोल जबाब अगर भर्ती घोटाला नही, तो सूची किधर?


अधिकारियों का गोल मोल जबाब अगर भर्ती घोटाला नही, तो सूची किधर?

*2 सांसद प्रतिनिधि, विधायक, महिला मोर्चा की अध्यक्ष, बड़े नेताओ की चुप्पी का राज?*

*दलालो के आगे नतमस्तक प्रशासन, जबाब दे जेडी, सीएमओ और जिला प्रशासन के अधिकारी*

अनूपपुर/राजनगर/

अनूपपुर जिले की नवगठित  तीनो नगर परिषद में लगातार सुर्खियों में अपना स्थान अर्जित करता कोयलांचल का नवगठित नगर परिषद बनगवां, डोला व डूमरकछार, जो कि भर्ती के एक बहुत बड़े घोटाले का दंश झेल रहा है। लगातार यह बातें प्रसारित हो रही है कि भाजपा व कांग्रेस दोनों पक्षो के नेताओ ने अपने पुत्रों व रिश्तेदारों की किस्मत इन तीनो नगर परिषदों में लिख डाली है, पैसो का बंदरबाट कर के नगर परिषद में नौकरी सुरक्षित कर ली है जिसके कारण वास्तव में जरूरतमंद क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार का अवसर नहीं मिला या यूं कहें कि स्थानी बेरोजगार युवाओं को जिम्मेदार लोगों ने उनके हक में डाका डाल दिया व उनके हक़ के रोजगार को या तो अपने रिश्तेदारों को दिलवा दिया यह क्षेत्र के बाहर के रहने वाले बड़े बड़े सफेदपोश नेताओ ने उनके हक में डाका डाल दिया और डकार भी नही ले रहे है।

*संमिलियन के अतिरिक्त भी हुई अंधाधुंध भर्ती, कोई जवाब नही*

तीनो नगर परिषद में पूर्व से कार्यरत कर्मचारियों के जीविकोपार्जन हेतु उन्हें संमिलियन कर नगर परिषद में कार्य करने हेतु अनुग्रहित करना एक जायज क्रिया है, परन्तु उन संमिलियन कर्मियों के अतिरिक्त तीनो नगर परिषदों में जितने भी कर्मचारी नए चेहरे के रूप में नजर आ रहे है, चाहे वो दैनिक वेतन भोगी हो या मस्टररोल भोगी हो, किसी के भी नाम की सूची उपलब्ध नही करवाई जा रही है।

जिम्मेदारों के पास सवाल पूछने पर कोई भी जवाब नही मिल रहा है।

*जेडी कह रहे सीएमओ के पास जाओ, सीएमओ कहते जेडी के पास, सब गोलमाल है*

किस कारण से चयन समिति के कर्मचारी का लिस्ट सार्वजनिक नहीं किया जा रहा यह विचार का विषय है, नवगठित नगर परिषद बनगवां,डोला व डूमरकछार मे ग्राम पंचायत के सचिव सरपंच के द्वारा चयन समिति के माध्यम से जो कर्मचारियों का लिस्ट नागरिक प्रशासन विभाग को दिया गया है उसे सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है, इसके लिए जब भी संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात की जाती  है तो इन अधिकारियों से लगातार इस संबंध में बात की जाती है तो उनके द्वारा हमेशा उलझन पैदा करते हैं, की आप ज्वाइंट डायरेक्टर से जब इनकी सूची मांगी गई उनका कहना है कि यह आपके सीएमओ के पास उपलब्ध है, इस बात के लिए जब सीएमओ से बात किया गया सीएमओ का कहना है कि यह सूची ज्वाइंट डायरेक्टर के पास है, आखिर लगातार खबर प्रकाशन हो रहे हैं फिर भी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की सूची सार्वजनिक क्यों नहीं कर दे रहे है इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है की इन नवगठित परिषदों में कितना बड़ा झोलझाल जिला चयन समिति की बैठक में किया गया है अब देखना यह होगा की जिम्मेदार अधिकारी उस लिस्ट को मीडिया को देते हैं या रोजाना गोलमोल जवाब देकर बेरोजगार युवाओं के साथ छल करते रहेंगे


*इनका कहना है*

1.  आज तो छुट्टी है आप कल नगर परिषद में जाकर सीएमओ से लिस्ट ले लीजिएगा मैं उन्हें फोन करके बोल दूंगा कि आपको वह लिस्ट दे दे।

*मकबूल खान संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल*

2.  जिला चयन समिति की बैठक के दौरान मैं दीपक तिवारी संदीप सिंह एवं ग्राम पंचायत के लोग उपस्थित थे और उनके द्वारा ही संविलियन की सूची जेडी कार्यालय में भेजी गई है 

*विजय डेहरिया प्रशासक बनगवां, राजनगर*

3.  जिला चयन समिति से संबंधित किसी भी बैठक की जानकारी मुझे नहीं है और ना ही मुझे इस बैठक में बुलाया गया हैं।

*मनीष शुक्ला प्रशासक नगर परिषद डूमर कछार*

4.  इस तरह की किसी बैठक की जानकारी मुझे नहीं है और ना ही मैंने किसी भी प्रकार की संविलियन की कोई भी सूची बनाकर भेजी है

*रानी पनिका सरपंच ग्राम पंचायत बनगवां*

5.  हां बैठक तो हुई है लेकिन काफी समय पहले की गई है और मैं संविलियन की लिस्ट देखकर ही बता पाऊंगा कि कितने लोगों के नाम अनुमोदन करके भेजा गया है।

*रजनीश शुक्ला सचिव ग्राम पंचायत डूमर कछार*

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