कलेक्टर मैडम के सामने नियमो की उड़ी धज्जियाँ तस्वीर यही बयां कर रही हैं
अनूपपुर
अनलॉक के प्रथम दिन जिला मुख्यालय में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम अनूपपुर ने बाजार में घूम घूम कर सोशल डिस्टेंस का आम जनता और दुकानदारों को पाठ पढ़ाते हुए दिखे और जो नियमो का पालन नहीं करेगा उस पर जुर्माना और दुकान सील करने की कार्यवाही होगी। मगर क्या यह नियम केवल आम आदमी और गरीबो के लिए है क्या अगर यही नियमो का उल्लंघन बड़ा नेता, अमीर लोग, और शासकीय बड़ा अधिकारी करे उस पर कौन कार्यवाही करेगा। आज सोशल मीडिया में एक तस्वीर जम कर वायरल हो रही है जिस तस्वीर पर पत्रकार राजेश शुक्ला ने कलेक्टर मैडम के सामने कोविड़ नियमो की धज्जियाँ उड़ा रही तस्वीर को देखकर दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद बताया हैं आज मेकल क्लब के जिला अस्पताल के सामने निशुल्क भोजन वितरण के 36 दिन पूर्ण होने के कार्यक्रम को देखकर यह लगता हैं कि जिला मुख्यालय से कोरोना पूरी तरह समाप्त हो गया हैं तस्वीर तो यही बयां कर रही हैं जब कि कोरोना को खत्म करने के लिए अनलॉक के प्रथम दिन दुकानदारों A और B श्रेणी में बांटा गया है एक दिन A वाले दुकान खोलेंगे दूसरे दिन B वाले दुकान खोलेंगे मगर ये नियम बनाने वाले अधिकारी ही नियमो की धज्जियां उड़ा रहे हैं तो आम लोगो से क्या आशा की जा सकती है जहाँ पर कोविड़ नियमों की धज्जियां उड़ी उस कार्यक्रम में जिले की नवागत कलेक्टर सोनिया मीना खुद मौजूद रही उनके साथ आपदा प्रबंधन के लोग, बड़े राजनैतिक दल, मेकल क्लब के नामी लोग जो अनूपपुर के बड़े नाम हैं जिले के कर्णधार हैं जिनकी एक अलग पहचान हैं उनकी मौजूदगी में नियमो का उल्लंघन ये दर्शाता हैं कि कोरोना नही है नियम बनाने वाले इसकी परवाह क्यू करे और इस कार्यक्रम में कोरोना ने सभी लोगो को एक दिन की छूट दे रखी हैं। अब इन लोगो के ऊपर कौन कार्यवाही करेगा सभी लोगो को इस सवाल के जबाब का इंतजार जरूर रहेगा।
मेकल क्लब का यह कार्य प्रथम दिनों से ही सुर्खियां बटोरने लगा था इस क्लब में काफी नामी लोग है ऐसे सामाजिक कार्य करने वाले लोग फोटो खिंचाकर कोविड़ नियमो की धज्जियाँ उड़ाने वाले लोग क्या साबित करना चाहते हैं कि इनसे बड़ा कर्ण कोई नही यह समाजिक कार्य कम फोटो सेशन ज्यादा दिख रहा हैं नाम बड़े और दर्शन छोटे वाली कहावत यहाँ पर नजर आ रही हैं।