कीचड़ भरा रास्ता मजबूर ग्रामीण विधायक की अनुशंसा पत्र पर भी नही जागा प्रशासन
शहडोल
विकासखंड सोहागपुर के अंतरर्गत ग्राम धनौरा के रास्ते में कपिलधार से भगहा और कपिलधार से अमिलिहा तक का मार्ग बेहद ही ख़राब है और ग्रामीणजनो ने लगातार इस बाबत स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर शिकायत दर्ज कराया लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी के कान में जूं तक नहीं रेंगी और ग्रामीण जन बच्चे, युवक, बुजुर्ग, महिलाए मज़बूरी में कीचड भरे रास्ते से आने जाने को मजबूर है, और थोड़ा भी पानी गिर गया तो एक दूसरे गांव से सम्पर्क टूट जाता हैं जिससे काम करने वाले बाजार जाने लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है जैतपुर विधायिका मनीषा सिंह इसकी जानकारी मिली तो मामले की गंभीरता देखते हुए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियो को अनुशंसा पत्र जारी कर उपरोक्त दोनों सड़क निर्माण के लिए कहा, लेकिन किसी भी अधिकारी ने अभी तक मामले को संज्ञान तक नहीं लिया। क्या विधायक का अनुशंसा पत्र लोक निर्माण विभाग रद्दी टोकरी में डाल दिया जब भाजपा की सरकार के विधायक के पत्र का यह हाल है तो आम जनता की कौन सुनेगा अब इसके बाद जनता आने वाली बरसात में उस मार्ग से आवागमन कैसे होगा, जनता प्रतिनिधियों को इसलिए चुनती हैं कि उनकी समस्याओं को सुन कर समस्या का हल करवा दे, मगर जन प्रतिनिधि भी पत्र लिखकर जनता की समस्या भूल जाएंगे तो जनता की समस्या का हल कौन कराएगा कैसे होगा बड़ा ही सोचनीय विषय हैं ग्रामीण लोगो का कहना हैं कि समाचार के माध्यम से विधायक, प्रशासन, सरकार, जन प्रतिनिधि जाग जाए नही तो अगर समय रहते समस्या का हल नही हुआ ग्रामीण आंदोलन करने के लिए विवश हो जाएंगे।