हाथियों ने घरों को पहुँचाया नुकसान, ग्रामीणों में दहशत का माहौल

हाथियों ने घरों को पहुँचाया नुकसान, ग्रामीणों में दहशत का माहौल



अनूपपुर                  

अनूपपुर वन मंडल अनूपपुर के कोतमा वन परीक्षेत्र अंतर्गत टांकी पूर्व के जंगल आर,एफ,480 में आज सुबह छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ एवं मरवाही वन क्षेत्र के ग्राम ग्राम भवता के जंगल से तीन हाथियों का समूह आ गया जिसकी जानकारी पर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके में पहुंचकर हाथियों के पगमार्क एवं मल का परीक्षण किया खोजबीन के दौरान पाया कि आज सुबह तीन हाथियों को समूह जो टांकी पूर्व के जंगल के कक्ष क्रमांक आर,एफ, 480 में आ गए थे विचरण करते हुए  छत्तीसगढ़ के भावता गांव के जंगल में चले गए हैं ज्ञातव्य है कि विगत चार-पांच दिन से तीन हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ के मंदिर एवं मरवाही वन परिक्षेत्र के ग्रामों एवं जंगलों में निरंतर विचरण करते हुए वहां के रहवासियों के मकान, झोपडियो को तोड़फोड़ की है जिसके बाद आज सुबह हाथियों का समूह  छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर मध्य प्रदेश के टांकी पूर्व के जंगल में आने की उपस्थिति प्राप्त हुई है।

*हाथियों के समूह ने बड़का टोला एवं बैगन टोला में रात में मचाया उत्पात थोड़े घर*            

 1 जुलाई को वन मंडल अनूपपुर के कोतमा वन क्षेत्र अंतर्गत टांकी पूर्व वीट् के टांकी गांव में बड़का टोला एवं बैगन टोला में विगत रात तीन हाथियों के समूह ने जंगल से आकर घरों के दरवाजे को तोड़कर घर के अंदर रखें धान की बोरियों को बाहर निकालकर अपना आहार बनाया वही दरवाजा एवं बाड़ियों में तोड़फोड़ की मिली जानकारी अनुसार 30 जून की रात 9:00 बजे के लगभग 3 हाथियों का समूह टांकी पूर्व के जंगल से लगे बड़का टोला निवासी परमेश्वर पिता राम भुवन सिंह गौड के फटकी को तोड़ घर के अंदर घुसकर अंदर रखे 2 बोरी चावल धान को बाहर निकालकर खाए हाथियों को समूह आते देख घर के महिला एवं अन्य सदस्य घर के अंदर के कमरे में डर के कारण घुस गए उसके बाद हाथियों को समूह पड़ोस में रोहन पिता मनराखन सिंह गोड का बना प्रधानमंत्री आवास के घर का दरवाजा तोड़कर घर के अंदर रखी दो बोरी धान को छोटा हाथी अंदर से खींच कर बाहर आकर तीनों साथी मिलकर खाएं जिसके बाद ग्रामीणों व वन विभाग के हो हल्ला करने पर हाथियों का समूह पड़ोस में बैगानटोला जाकर बैगा समूह के ग्रामीणों के बाडियों में तोड़फोड़ कर अपना आहार बनाया विगत 2 दिनों से छत्तीसगढ़ सीमा से मध्यप्रदेश के सीमा के ग्राम टांकी पूर्व में विचरण करते आए तीन हाथियों के समूह द्वारा उत्पाद किया जा रहा है वहीं वन विभाग तथा ग्राम पंचायत द्वारा ग्रामीणों को जंगल के किनारे स्थित घरों,झोपड़ियों में ना रहने अकेले जंगल की ओर ना जाने तथा सतर्क रहने की सलाह दी है

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