सोशल मीडिया पर धार्मिक उन्माद भड़काने के आरोप में ट्विटर समेत 9 मामला दर्ज
गाजियाबाद
बदलते समय के साथ सोशल मीडिया लोगों के बीच में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और खासकर टि्वटर। जी हां, यहां पर हम बात कर रहे हैं ट्विटर की जो हाल फिलहाल कुछ दिनों से चर्चा में बना हुआ है। ताजा मामला गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके का है जहां पर 14 जून को एक वीडियो वायरल कर धार्मिक उन्माद भड़काने की कोशिश की गई। इस मामले में टि्वटर कम्युनिकेशन प्राइवेट समेत नौ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
*यह था मामला*
14 जून को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया गया। आरोप है कि इस वीडियो में एक वृद्ध व्यक्ति जो कि एक धर्म विशेष से ताल्लुक रखता है की दाढ़ी काटने और उसे जबरन दूसरे धर्म के नारे लगवाए जाने के लिए दबाव बनाया गया और उसकी पिटाई की गई। इस वीडियो को टि्वटर पर पोस्ट करने के बाद वीडियो देश- विदेश में तेजी से वायरल होने लगा और लोगों में गुस्सा पढ़ने लगा। इस पर गाजियाबाद जनपद के थाना लोनी बॉर्डर में 15 जून मंगलवार को रात 11:20 पर ट्विटर समेत 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
इसमें मोहम्मद जुबेर, मिस राना अय्यूब, समाचार वेबसाइट "द वायर", सलमान निजामी, डॉ समा मोहम्मद, मिस सबा नकवी और टि्वटर इंडिया कम्युनिकेशन प्राइवेट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। कोतवाली लोनी बॉर्डर प्रभारी अखिलेश मिश्रा ने बताया कि आरोपियों पर आईपीसी की धारा 153, 153 A, 295A, 505, 120B और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है,आरोपियों की तलाश के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं । जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने समाज में उन्माद एवं धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप में मुकदमा पंजीकृत किया है। आरोप है की फर्जी वीडियो बनाकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया है। इसके चलते समाज में उन्माद बढ़ सकता था और कोई भी अप्रिय घटना घट सकती थी।
*पहली बार दर्ज हुआ देश में सोशल साइट के खिलाफ मामला*
15 जून को जनपद गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाने में ट्विटर समेत 9 आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुए मामले में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी विदेशी सोशल साइट कंपनी के खिलाफ देश में मामला दर्ज हुआ है। अब फिलहाल पुलिस टि्वटर के वरिष्ठ अधिकारियों की तलाश कर रही है।