खिसयानी बिल्ली खम्भा नोचे, सूपा हंसे तो हंसे मगर चलनी क्यू हंसे जिसमे 36 छेद
अपने कर्मचारियों का पता नही, और पत्रकारों को डिग्री देने चले साहब जादे
इंट्रो- अनूपपुर जिले के नवगठित नगर परिषद डोला, बनगवां डूमर कछार में हुए भर्ती घोटाले को लेकर अब आरोप-प्रत्यारोप सामने आ रहे है सीएमओ राजेंद्र कुशवाहा ने एक प्रेस नोट जारी कर पत्रकारों के ऊपर ही ब्लैक मेलिंग जैसे आरोप लगाए हैं अब तो यहां पर है वही कहावत चरितार्थ होती है उल्टा चोर कोतवाल को डांटे सीएमओ साहब को खुद अपने कर्मचारियों की जानकारी नहीं है किसी प्रकार से परिषद की जानकारी पत्रकारों को व नागरिकों को उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं बल्कि अब अपनी चोरी छिपाने के लिए आरोप दूसरे के ऊपर कवायद की जा रही है बहरहाल जिम्मेदारों ने तो आंखें ही मूंद ली है जो हो होने दीजिए हमें ना बोलना है न कुछ कहना है न जाच करना है अब यहां पर भी राजनीति सीएमओ ने करनी जारी कर दी है सीएमओ ने प्रेस नोट जारी कर कई सारे आरोप पत्रकारों के ऊपर लगाए हैं !
अनूपपुर
क्या अब पत्रकारो को डिग्री सीएमओ साहब देगे क्या जिन्हें ये पता नही की उनके कार्यालय में कितने कर्मचारी हैं खुद अपने अंदर झांककर देखे की वो कितना सही हैं। इनके साथ वही कहावत साबित हो रही हैं कि खिसयानी बिल्ली खम्भा नोचे, सूपा हंसे तो हंसे चलनी क्यू हंसे जिसमे 36 छेद किस काम का सीएमओ जिसे खुद के कर्मचारियों का पता ना हो, सभी उच्च अधिकारियों के जानकारी में है भर्ती मुझे छोड़कर नवगठित नगर परिषद सीएमओ पहले तो खुद जानकारी रख लें कि उनके यहां कितने कर्मचारी हैं क्या-क्या सामग्री है और उन्हें क्या करना है उन्हें इस बात का तो खुद पता नहीं है और आरोप लगा रहे हैं दूसरों के ऊपर शुक्रवार को एक प्रेस नोट जारी कर सीएमओ ने अपनी सफाई पर कहा है कि मेरी पदस्थापन मार्च 2021 में हुई है तब से लगातार समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया में तथाकथित पत्रकार के द्वारा मुझे परेशान किया जा रहा है ब्लैक मेलिंग के उपदेश से समाचार प्रकाशन किए जा रहे हैं, जबकि नवगठित तीनों निकायों में कोई भी नई नियुक्तियां वह भर्तियां आज दिनांक तक नहीं की गई है, आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग शहडोल द्वारा मास्टर श्रमिक के रूप में कार्य करने की अनुमति इस शर्त पर दिए जाने की कोविड-19 महामारी संपूर्ण लाकडाउन उपरांत मध्य प्रदेश नगर पालिका लेखा एवं बिल नियम 2018 के नियम के तहत कुछ कर्मचारी रखे गए हैं उन्होंने साफ कहा है कि कोई भी नियुक्तियां एवं भर्ती नहीं की गई है इसके बाद भी कुछ तथाकथित पत्रकार उनके विरुद्ध फर्जी खबरें चला रहे हैं ! अरे साहब आप क्यों भूल रहे हैं कि आप एक जिम्मेदार अधिकारी हैं आप की भी जिम्मेदारी बनती है कि नगर परिषद में कितने कर्मचारी हैं कौन-कौन कर्मचारी कहां-कहां पदस्थ हैं इसकी जानकारी और जवाब कौन देगा अगर यह पूछना ब्लैक मेलिंग कहलाता है तो आप ही बता दीजिए !
क्यों बैठे हैं परिषद पर- अपने बचाव के लिए सीएमओ कुशवाहा ने भले ही प्रेस नोट जारी कर अपने को पाक साफ बता दिया हो लेकिन जब मार्च माह से अभी तक साहब कुर्सी पर बैठे हुए हैं तो उन्हें अपने यहां एक टेबल तक की जानकारी क्यों नहीं है, और जब इस बात को सीएमओ साहब से पूछ दिया जाए कि आपके यहां कितने कर्मचारी और कहां-कहां तैनात हैं तो पूछने वाला ब्लैक मेलर कहला जाएगा ! आयुक्त मकबूल खान ने साफ शब्दों में कह चुके हैं कि जब सीएमओ को अपने कर्मचारियों का पता नहीं है सामग्रियों का पता नहीं है तो फिर वह नगर परिषद में कर क्या रहे हैं अब उन्हें कौन दिमाग दे कि पहले अपने यहां की जानकारी तो रख लीजिए साहब फिर दूसरों के ऊपर उंगली उठाईगा !
घोटाले को छिपाने में लगे सीएमओ- नगर परिषद का पूरा जिम्मा पूरा देखरेख व सभी प्रकार की जानकारी रखने वह जवाब देने का काम मुख्य अधिकारी का होता है लेकिन यहां पर जवाब देने के बजाय अधिकारी आरोप लगाने में तुले हुए हैं सवाल ये उठता है जब साहब ने मार्च से नगर परिषद का जिम्मा संभाल लिया था तो आज इतने दिन होने के बाद भी उन्हें अपने कर्मचारी वहां यहां के सामग्रियों के बारे में जानकारी क्यों नहीं है अब तो जन चर्चा का विषय बन चुका है कि सीएमओ साहब ही घोटाले के कहीं मास्टरमाइंड तो नहीं जो इतने बड़े घोटाले को आरोप-प्रत्यारोप लगाकर रफा-दफा करना चाहते हो, राजनीतिक पार्टी समाजसेवी नगर परिषद की युवा लगातार पूछ रहे हैं कि नगर परिषद में कितने कर्मचारियों की भर्ती है इसका जवाब तो साहब दे नहीं पा रहे चले हैं प्रेस नोट जारी करने ! जब इस बारे में पूछा जाता है तो उनके द्वारा ब्लैक मेलिंग का आरोप लगा दिया जाता है बहरहाल भर्ती घोटाले को लेकर तत्कालीन कलेक्टर ने टीम गठित कर जांच के आदेश तो दे दिए हैं लेकिन यह टीम क्या जांच कर रही है पता नहीं चल पाया है !
*इनका कहना है*
मैंने आज प्रेस नोट जारी किया है मुझे कुछ पत्रकार काम करने नहीं दे रहे थे से लेकर मैंने अवगत कराया है कि मेरे आने के पूर्व भर्तियां हो चुकी थी भर्ती की जानकारी सभी वरिष्ठ अधिकारियों को है अभी भी मुझे कितने कर्मचारी परिषद में काम करते हैं क्या हो रहा है इसकी जानकारी नहीं है !
*राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा सीएमओ नगर परिषद डोला, डूमरकछार, बनगवां*