फर्जी पत्रकार बनकर रुपये अवैध वसूली पड़ी महंगी, पूरा गिरोह चढा पुलिस के हत्थे
आपदा को अवसर बना तीन पुरुष एक महिला ने घटना को दिया अंजाम
पत्रकारिता की धौंस, पुलिस का डर तो कभी सरकारी अफसर बनकर लोगों को डरा धमका कर पैसों की वसूली करने वाले चार लोगों को राजेन्द्रग्राम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह मे तीन पुरुष व एक महिला के पास से प्रेस आई कार्ड, माईक, मोबाईल, कैमरा, सायरन हुटर बरामद किये गये है।
अनूपपुर/पुष्पराजगढ़
जिले के पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों मे यह गिरोह काफी दिनों से सक्रिय है जिसकी जानकारी मौखिक रुप से पुलिस को मिलती रही है। लाॅकडाउन के इन दिनों उक्त गिरोह द्वारा अपैध वसूली के मामले सामने आने लगे। यह गिरोह ग्रामीण अंचलों मे जाकर उन क्षेत्रों की दुकानों सड़क पर वाहन बिना मास्क व्यक्तियों को लाॅकडाउन के नियमों का पालन न करने के एवज मे डरा धमका कर अवैध वसूली को अंजाम दिया करता रहा है। लगातार हो रही घटनाओं और 14 मई को हुई शिकायत को आधार मानकर थाना राजेन्द्रग्राम पुलिस ने उक्त गिरोह को दिनांक 15.05.2021 को पकड़कर न्यायालय मे पेस कर दिया खबर लिखे जाने तक राजेंद्रग्राम सत्र न्यायलय में मामले की सुवाई चल रही है।
*यह है पूरा मामला*
मोहन लाल यादव पिता हीरा लाल यादव उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम बसही द्वारा थाना राजेन्द्रग्राम मे आकर 14 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई गई की वह अपने घर मे किराने की दुकान करता है। बीते दिनांक 2 मई को दोपहर के 2 बजे के आसपास नीले रंग की कार जिसका नंबर CG10-AM 5884 है सायरन बजाते हुये शिकायत करता कि दुकान ग्राम बसही के सामने रुकी कार से एक महिला व तीन पुरुष उतरकर दुकान मे आये और कहने लगे कि कोरोना काल मे लगे लाॅकडाउन के बावजूद भी दुकान खोले हुये हो इसकी सजा तुम्हे जेल मे डालकर कोरोना मरीजों के साथ रखा जायेगा। और तुम्हारी दुकान भी शील कर दिया जायेगा। कार्यवाही से बचना है तो अभी 10 हजार रुपये जमा करने पडेंगे। तब शिकायत करता मोहन लाल द्वारा कहा गया कि उसके पास सिर्फ 2500 रुपये ही है तब गिरोह के सदस्यों मे से एक व्यक्ति ने शिकायत करता दुकान संचालक के गाल मे तमाचा मारते हुये पैसे ले लिये उसके बाद बगल की दुकान जिसके संचालक का नाम शंकर यादव है की दुकान में चारों लोेग वहां गये और उससे भी कोरोना काल मे दुकान खोलने की बात करते हुये 2500 रुपये चालान के नाम पर वसूल किये। मोहनलाल ने पुलिस को बताया कि लाॅकडाउन लगे होने की वजह से रिपोर्ट दर्ज कराने थाना राजेंद्रग्राम देरी से आया हूं। थाना पुलिस ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर आईपीसी की धारा 237, 384, 385,188, 269, 270, 271, 34 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51 के तहत मामला पंजीबद्व कर विवेचना मे लिया है।
*आपदा को बनाया ठगी का अवसर*
फर्जी पत्रकारिता पुलिस के साथ अन्य रुप धारण कर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य बडे सातिराना अंदाज मे अपने कार्य को अंजाम देते रहे हैं। ग्रामीणों को भनक तक नही लग पाती रही कि हूटर के साथ चलने वाली कार पुलिस की नही ठगी करने वाले गिरोह की है। वर्तमान समय मे लाॅकडाउन प्रदेश सहित जिले मे भी लगा हुआ है। ऐसे समय घर से बाहर अनावस्यक रुप से निकलना शासकीय निर्देश अनुसार प्रतिबंधित है। ग्रामीण क्षेत्रों मे अधिकांश दुकाने रहवासी मकानों का हिस्सा होती है। घर व मकान का दरवाजा एक होने के वजह से घर के साथ दुकाने भी खुल जाती है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों मे चल रहे वाहन सड़को मे दिखाई देने वाले राहगीरों, नरेगा आदि के कार्य में अवस्यकता अनुसार पत्रकार पाुलिस य प्रषासनिक अधिकारी का स्वांग रचकर ठगी को अंजाम देते रहे है।
*गिरोह के सदस्य और बरामदगी*
ठगी गिरोह के सदस्यों मे तीन पुरुष व एक महिला सदस्य सामिल है जिनके पास से थाना पुलिस राजेन्द्रग्राम ने मोबाईल फोन, कैमरा, माईक, आई कार्ड सहित 4000 रुपये बरामद किये है। सदस्यों के नाम 1. राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा पिता बलराम प्रसाद मिश्रा उम्र 38 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 17 आदर्श नगर मकरौनिया जिला सागर म.प्र.। 2. अश्वनी कुमार दुबे पिता दीनानाथ दुबे उम्र 34 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 11 अमरकंटक जिला अनूपपुर। 3. अशोक कुमार साहू पिता प्रभु प्रसाद साहू वार्ड नंबर 10 अमरकंटक जिला अनूपपुर। 4. सुषमा धुर्व पति राजेन्द्रप्रसाद मिश्रा उम्र 28 वर्ष वार्ड नंबर 14 अमरकंटक जिला अनूपपुर दिनांक 15 मई को विभिन्न धाराओं मे मामला पंजीबद्व करते हुये पुलिस नद गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।