No Negative News Campaign कोरोना के डरे नही सावधान रहें, आप बचे और लोगों को बचाये
अनूपपुर
No Negative News Campaign
यह सही है कि Covid का संक्रमण भयावह तरीके से बढ रहा है। हम सभी को बिना डरे ...बहुत सावधान रह कर ...इस कठिन समय से निकलना होगा।
*** अभी मेरे मित्र के साथ ये सच्चा वाकया हुआ। बातों - बातों में प्रदेश के बड़े शहर में रहने वाली उनकी Relative से उन्होंने कोरोना निगेटिव होने पर भी खतरनाक परिणाम दिखलाने की एक - दो घटनाओं की चर्चा की। चूंकि वह स्वयं वहाँ कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे , उनकी Negative बातों ने उस पर ऐसा बुरा असर डाला कि घबराहट, चिंता के कारण उसकी नींद उड़ गयी। जबकि इस अवस्था में पूरे आराम की बहुत जरुरत है। बाद में डाक्टर से संपर्क किया गया, उन्होंने नींद की दवा दी...तब जा कर थोडी राहत मिली।
जाहिर है कि उनकी ये एक बड़ी चूक थी। बीमारी और एकान्तवास की दशा में लोगों को संबल, सहयोग, सकारात्मक माहौल की जरुरत होती है , ना कि नकारात्मक , डराने वाली बातों की।
सबक यही है कि सबको पत्रकारिता में कार्य करते हुए सूचनाओं के आदान - प्रदान , समाचार प्रकाशन - प्रसारण में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरुरत है।
आपकी एक नेगेटिव न्यूज़ मरीज की जान ले सकती है । उसके लिये नयी मुसीबत बन सकती है।
यह सही है कि स्थिति सामान्य से थोडा अधिक खतरनाक है। जिन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी है या जिन्होंने बहुत बाद में टेस्ट कराया है , उनकी स्थिति खराब हो रही है |
लेकिन सोशल मीडिया पर लगातार....
• निधन हुए व्यक्ति की फोटो
• श्मशान घाट की तस्वीरें,
• मरने वालों की संख्या,
• हॉस्पिटल्स में जगह ना होने की बातें,
• सरकारों पर आरोप-प्रत्यारोप..
• वैक्सीन खतम होने की बातें..
• आवश्यक दवाओं की कमी..
जैसी बातें हम ना भी करें तो समाज का कोई नुकसान नहीं है।
हां ! हमेशा कोरोना से जुडी नकारात्मक खबरों से वे मरीज दहशत में आ रहे हैं जो अपने अपने घरों में कमरों में अकेले सिर्फ मोबाइल के सहारे इस बीमारी से लड़ रहे हैं ।
आपकी एक नेगेटिव न्यूज़ मरीजों का ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ा रही है और दहशत में सामान्य होते हुए भी वह अपनी स्थिति को गंभीर समझ अपनी हालत बिगाड़ रहे हैं ।🙏🙏🙏
सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अपने सभी साथियों से मेरा निवेदन है कि कोरोना से जुड़ी बहुत जरुरी खबरें ही हम चलाएं। अपनी सामान्य बातचीत में भी हमें जनहित में Negative बातों से बचना होगा। लोग हमारी बातों पर विश्वास करते हैं । इसलिए हमारी जवाबदेही और भी अधिक है।
*No Negative News campaign*
और
*पहले मास्क ...फिर बात*
जैसा अभियान एक सकारात्मक पहल है।
आपसे निवेदन है कि लोक कल्याण के इस जनाभियान से आप स्वयं जुडें तथा अन्य लोगों को भी जागरूक कर जीवन बचाने में सहयोगी बनें।
सादर. 💐🙏😷
आनंद पाण्डेय पत्रकार (जिला ब्यूरो अनूपपुर (म.प्र)