वन विभाग के अंतर्गत जंगलों में चारों ओर लगी भीषण आग
हजारों पेड़ व अंकुरित पौधे जीव जंतु जलकर खाक
आगजनी ने मचाई हाहाकार चैन की निद्रा में सो रहे विभाग के जिम्मेदार
जिला अनूपपुर से चंद्रभान सिंह राठौर कि खास रिपोर्ट
अनूपपुर / जिले में चारों तरफ आग फैली पड़ी है अमरकंटक के माइकल पहाड़ों में आग लगातार फैलते जा रहा है वही दूसरी तरफ मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के पास वेंकट नगर सीमावर्ती कदमसरा और कुकुरगोड़ा में भी आग ने रौद्र रूप ले रखा है तीसरी तरफ कोतमा वन परीक्षेत्र के अंतर्गत विशेषकर सरई के घने जंगलों में कई जगह भीषण आग लगी हुई है जिसकी चपेट में आकर बड़े पेड़ पौधे तो जल ही रहे हैं साथ ही साथ हजारों की संख्या में छोटे अंकुरित पौधे व जीव जंतु जलकर खाक हो रहे हैं जिसे देखने और सुनने वाला कोई नहीं है जब मीडिया प्रतिनिधि ने जंगल का भ्रमण किया तो पता चला कि कई जगह भीषण आग लगा हुआ है जैतहरी के कई क्षेत्रों में मीडिया प्रतिनिधि द्वारा आग बुझाने कि कोशिश करने पर चोंट जैसे नुकसान भी हुवे और यहां के वन अमला द्वारा निरंतर अच्छा कार्य कर राजस्व से वन विभाग में आग आने से रोकने और आग पर नियंत्रण पाने का भी कार्य किया गया वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो कई स्थानों पर खासकर कोतमा में आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं मिला जो कि आग बुझाने का काम कर सके या इसे बुझाने के लिए किसी की मदद ले सके जबकि वन विभाग को सुरक्षित रखने के लिए सरकार द्वारा भारी भरकम पेमेंट देकर सैकड़ों कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है लेकिन वह इस मामले में गंभीर नहीं दिखे।
वन अमला कि दिखी घोर लापरवाही
आगजनी से जहां सम्पूर्ण जिले में हाहाकार मचा हुआ है वहीं ऐसे भी जिम्मेदार हैं जो अपना उल्लू सीधा करते नजर आ रहे हैं।जब इस संबंध में जानकारी लेने या बताने के लिए कोतमा क्षेत्र के कार्यालय पहुंचा गया तो वहां पर मौजूद वन कर्मी बकायदा ऑफिस में कूलर पंखा लगा कर आराम फरमाते नजर आए वहीं दूसरी ओर जंगल जीव जंतु जलकर खाक हो रहा है जिसे हमारे प्रतिनिधि ने अपने कैमरे में कैद किया आपको यह भी जानना जरूरी है कि अगर वन संपदा सुरक्षित नहीं रहेगी तो इस पृथ्वी पर ना तो मनुष्य जीव जंतु ना ही कोई अन्य जीव चारी जीवित रह पाएगा यहां तक कि पृथ्वी का संतुलन भी बिगड़ जाएगा।
भ्रष्टाचारियों और लापरवाहों पर हो कड़ी कार्यवाही.... स्थानीय आमजन
प्रत्यक्षदर्शियों स्थानीजनों ने वन विभाग के उच्चाधिकारियों व वन मंत्री से मांग किया है कि जिन जगहों पर जंगल में भीषण आग लगी हुई है उसे बुझाने का काम करने का निर्देश दें साथ ही अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ कर आराम फरमा रहे कर्मचारियों के ऊपर कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए ताकि जंगल के साथ - साथ प्राकृतिक और हम आप सब जीव चारी सुरक्षित रह सकें अब देखना यह है कि उच्च अधिकारी इस ओर कितना संज्ञान लेते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएगा। खुशी कि बात यह है कि शुक्रवार को कई जगह थोड़ी बूंदा बांदी हो रही है पर हवाओं ने भी चिंता का विषय बनाया है।
इनसे सीखने कि जरूरत
जहां एक और आगजनी से महाकाल मची हुई है और कोतमा क्षेत्र के वन अमला कुंभकरण निद्रा में सोकर फेस फरमा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इनको जैतहरी के अमला द्वारा सीख लेनी चाहिए कि आम जनों और जो जंतुओं के साथ पर्यावरण को बचाने मैं मीडिया कर्मी के साथ परिस्थितियों को गंभीरता पूर्ण लेकर इसे रोकने में अथक प्रयास और या गुप्ता पूर्ण कार्य कर अच्छे अधिकारी और नागरिक होने का परिचय प्रदान किया जिसमें धनगवां और क्योंटार के बीज गार्ड कोमल प्रसाद मरावी और वन परिक्षेत्र अधिकारी और कार्यकारिणी सदस्य द्वारा आग पर काबू पाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई और कड़ी मेहनत कर इसे रोकने का अथक प्रयास जारी है।
इन्होंने दी अच्छे नागरिक होने कि मिशाल
आगजनी और पर्यावरण पर परेशानियों को देख मीडिया कर्मी पत्रकार चंद्रभान सिंह राठौर के द्वारा इस समस्या को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए अपने मित्रों के साथ इसे बुझाने में कड़ी मशक्कत और तत्पश्चात वन अमला को जानकारी देकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने में अपना विशेष योगदान दिया गया और इस दरमियान क्यों हटाने पर भी प्यास नहीं छोड़ा मुझे है काबिले तारीफ और सराहनीय कार्य का एक मिशाल है।
*इनका कहना है*
इस संबंध में जिला अनूपपुर के प्रभारी वनमंडलाधिकारी से फोन कॉल के माध्यम से बात की गई तो उन्होंने हमारी टीम आगजनी को बुझाने के लिए तत्पर तैयार रहती है और इसपर जिलेभर में वन अमला अथक प्रयास में लगे हुए हैं जरूरत पड़ने पर हम नजदीकी शासकीय सुविधा जैसे फायर ब्रिगेड का सहारा भी ले सकते हैं बताया साथ ही कहा कि दो दिन बाद नए अधिकारी आयेंगे उन्हें भी आप इन बातों को संज्ञान में लाएं।
वन परिक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर पंकज कुमार शर्मा ने की अपील
वन परीक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर पंकज कुमार शर्मा के द्वारा आम जनता से अपील की गई कि वनों में आग को जलते हुए देख कर उसे बुझाने की कोशिश करें एवं तुरंत सूचना दें अगर वह फोन पर क्षेत्र में लगी आग को आग बुझाने में मदद करते हैं तो उनको वन परिक्षेत्र की तरफ से सहयोग राशि भी प्रदान की जाएगी एवं उन्होंने बताया कि वन से ही हमारा जीवन सुख में है पेड़ पौधे ही हमारी रक्षा करते हैं यहीं से हमें तरह - तरह की सुविधाएं मिल पाती हैं इसलिए जंगल में आग लगने से रोकें।