सोमवती अमावस्या पर सुख शांति के लिए सुहागिन महिलाओं ने की पूजा अर्चना
अनूपपुर/भालूमाड़ा
12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या पर सुहागिन महिलाओं ने अखंड सौभाग्यवती के लिए व्रत रख विधि विधान से पूजा अर्चना करते हुए सुख शांति के लिए कामना किए।
12 अप्रैल को पड़ने वाले सोमवती अमावस्या साल की पहली और आखरी अमावस्या होगी इस अमावस्या पर त्रिग्राहीय नक्षत्र का दुर्लभ संयोग बना है।
इस सोमवती अमावस्या को सुख समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सुहागिन महिलाएं स्नान करने के पश्चात पीपल के वृक्ष की पूजा करते हुए भगवान विष्णु माता लक्ष्मी की आराधना करते हुए अपने पति की लंबी आयु परिवार के सुख शांति के लिए पूजा करती हैं और साथ ही साथ पीपल के वृक्ष को पूजन पश्चात फेरे लगाकर अपनी मनोकामनाएं के लिए प्रार्थना करती हैं ।
12 अप्रैल को पड़ने वाले सोमवती अमावस्या सुबह 8:00 बजे तक का शुभ मुहूर्त माना गया था यही वजह है कि महिलाओं ने सुबह ही स्नान ध्यान करते हुए 8:00 बजे से पूर्व ही अपनी पूजा का समापन किए।
नगर के अघोरी बाबा मंदिर धाम राम जानकी मंदिर शिव लहरा मंदिर घाट में स्थानीय महिलाओं ने जाकर पूजन किया वही कोरोनावायरस से बचाव का भी ध्यान रखते हुए महिलाओं ने एक-एक करके और दूरी बनाते हुए पूजा अर्चना करती नजर आई।