काम के बाद भी वेतन को तरस रहे कर्मचारी तीन माह से नही मिला वेतन

काम के बाद भी वेतन को तरस रहे विद्युत विभाग के आउटसोर्सकर्मी

*किसी को तीन माह से नही मिला वेतन तो कईयों का नही काटा जा रहा ईपीएफ*

*बार-बार शिकायत के बाद भी ठेका कंपनी बना मूकदर्शक*

अपनी जान की बाजी लगाकर आम जन के घरों को जगमग करने के लिए लगे विद्युत विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन भुगतान आज तक नही किया गया है जिस कारण कर्मचारियों को परिवार के पालन पोषण मे आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नही कुछ कर्मचारियो को कई-कई माह तक का वेतन नही दिया गया है जबकि ठेका कंपनी के मैनेजर व सुपरवाईजर कर्मचारियों का फोन तक उठाना मुनासिब नही समझते दूसरी ओर विभाग के उच्चाधिकारियों का भी इस ओर सकारात्मक रवैया नजर नही आता है। 

अनूपपुर



वर्तमान समय मे जब पूरा विश्व एक बार फिर कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चपेट मे है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने प्रदेश मे कोरोना कर्फ्यू लगाने के साथ कुछ विभागों के कर्मचारियों को 25 प्रतिशत रोटेशन के आधार पर कार्यालय मे उपस्थिति का आदेश दिया गया है, वही आवश्यक सेवाओं मे शामिल विद्युत मे ऐसा कोई नियम लागू नही किया गया है। कहने का आशय है कि विद्युत विभाग के सभी 221 आउटसोर्स कर्मचारी अपने व अपने परिवार की जान जोखिम मे डालकर विभाग के माध्यम से जनमानस की सेवा कर रहे हैं, लेकिन कार्य के बदले कर्मचारियों को समय पर वेतन नही देने से उनकी व उनके परिवार की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होते जा रही है। यह हाल सिर्फ अनूपपुर जिले का ही नही है बल्कि शहडोल तथा उमरिया जिले मे भी ठेका कर्मचारियों को वेतन भुगतान नही किया गया है।

*पखवाड़ा बीतने की ओर, वेतन का नही अता पता*

ज्ञात हो कि अप्रैल माह मे आज पखवाड़े का अंतिम दिन है, लेकिन मार्च माह का आज तक वेतन भुगतान नही हो सका है। जब इस संबंध मे ठेका कंपनी वर्ल्ड क्लास के मैनेजर शनि सिंह व सुपरवाइजर विपिन कुमार से फोन पर कर्मचारी बात करते हैं तो कभी काम ज्यादा होने की बात तो कभी एक दो दिन मे वेतन देने की बात तो कभी वेतन डालने वाले कर्मचारियों को कोरोना हो जाने की बात कहकर बात टाल दी जाती है। यहां तक कि अब तो मैनेजर व सुपरवाइजर कर्मचारियों का फोन तक उठाना छोड़ दिये हैं।

*इनको महीनों से नही मिला वेतन*

कम्प्यूटर आॅपरेटर संदीप द्विवेदी को तीन माह, बिजुरी के मीटर रीडर राजेश तिवारी को 2 माह तथा बबलू सिंह पेन्द्रो को तीन माह, जैतहरी के घनश्याम सिंह को एक माह, चचाई के नरेन्द्र सिंह राठौर को चार माह तथा गेन्दलाल चौरसिया को एक माह, राजेन्द्रग्राम के युगेश कुमार को दो माह तथा क़ृष्ण कमार वर्मा का एक माह का वेतन भुगतान ठेका कंपनी वर्ल्ड क्लास द्वारा नही किया गया है, वही कुछ लोगों को कैटेगरी के अनुरूप भी वेतन नही दिया जा रहा है, जबकि इन लोगों के द्वारा कई बार कंपनी के जिम्मेदारों से बात कर वेतन भुगतान कराये जाने का निवेदन किया जा चुका है।

*ईपीएफ मे भी कंपनी का घोटाला*

ठेका कंपनी वर्ल्ड क्लास प्रायवेट लिमिटेड द्वारा वेतन न देने के अलावा अधिकांश कर्मचारियों के ईपीएफ कटौती भी एकाउंट मे जमा नही की जा रही है जिसमे देवानंद विश्वकर्मा, अनूपपुर के अजय तिवारी, कमलेश वर्मा, गंगा बुनकर तथा अक्षय चौबे, बिजुरी के राजेश कुमार तिवारी, जैतहरी के घनश्याम सिंह, राजेन्द्रग्राम के युगेश कुमार, वेंकटनगर के संजय सिंह गोड़ तथा शिवकुमार राठौर समेत कई आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ ठेका कंपनी ने ईपीएफ घोटाला किया है, जिसके निदान के लिए कर्मचारियों द्वारा कंपनी समेत विभाग को भी आवेदन दिया है, लेकिन अभी तक निराकरण नही हो सका।

*कंपनी का ठेका हुआ समाप्त*

जानकारी के मुताबिक ठेका कंपनी वर्ल्ड क्लास प्रायवेट लिमिटेड का ठेका जिले मे 31 मार्च को समाप्त हो चुका है जिसके बाद जिले मे ईगल हंटर को आउटसोर्स के माध्यम काम हेतु अनुबंधित किया गया है। ठेका बदलने के बाद से आउटसोर्स कर्मचारी भयभीत हैं कि पूर्व की कंपनियों की भांति यह कंपनी भी कर्मचारियों का कई महीनों का वेतन तथा ईपीएफ घोटाला करके रफू चक्कर न हो जाये वरना पछतावे के अलावा कुछ नही बचेगा। 

*नई कंपनी के भी कड़े तेवर*

मिली जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल 2021 से नई ठेका कंपनी ईगल हंटर द्वारा विभाग के नये नियमों के मुताबिक आउटसोर्स कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है जिसमे वर्षो से कार्यरत कर्मचारियों को बाहर करने की तैयारी कर ली गई है जिसके विरोध मे 9 अप्रैल को कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता अनूपपुर को ज्ञापन सौंपकर नियमों मे संशोधन तथा पूर्व से कार्यरत कर्मचारियों के पुन: भर्ती की मांग की थी जिस पर अधीक्षण अभियंता ने निराकरण का आश्वासन दिया था वही कंपनी द्वारा कैटेगरी वाइज सिक्योरिटी फीस व ड्रेस के नाम पर पैसे जमा करने का भी दबाव दी थी जो अभी ठण्डे बस्ते मे है। 

*मैनेजर ने नही उठाया फोन*

आउटसोर्स कर्मचारियों को समय पर वेतन न देने के संबंध मे जब कंपनी के मैनेजर शनि सिंह के मोबाइल नंबर 7828101010 पर संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होने फोन रिसीव नही किया।

*इनका कहना है*

आउटसोर्स कर्मचारियों को वेतन देने के लिए मेरे द्वारा एक दिन पहले की ठेका कंपनी  को पत्राचार किया गया है। आगामी एक दो दिन मे यदि कंपनी द्वारा वेतन नही दिया जाता है तो हम दोबारा पत्र लिखकर कड़ी कार्यवाही करेंगे।

सीपी सिंह, अधीक्षण अभियंता

विद्युत विभाग अनूपपुर

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