कोरोना खतरे के बीच कलेक्टर कार्यालय में नियम-कायदों सोशल डिस्टेंस की उडी धज्जियां
दुकान खोलने की छूट की मांग लिये व्यापारियों ने कोरोना कर्फ्यू के तोड़े नियम
अनूपपुर
देश में एक दिन मे कोरोना पॉजिटिव्स की संख्या भले ही एक लाख अडसठ हजार हो गयी हो ....भले ही बीमारों से अस्पताल अटे पड़े हों...भले ही कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण करने और बीमारों की जिन्दगियां बचाने में स्थानीय प्रशासन और डाक्टरों की सांस फूल रही हो , चंद जनप्रतिनिधि और कुछ ऐसे लोग हैं जो धडल्ले से कोविड कर्फ्यू के नियमों की धज्जियां उडाते दिख जाएगें। चंद ऐसे लोग भी हैं जो लाकडाउन या कोविड कर्फ्यू के विरुद्ध सोशल मीडिया पर आम जनता को भडकाने में लगे हुए हैं। इसके चलते संक्रमण से जूझ रहे लोगों की संख्या लगातार बढती जा रही है। आम जनता आवश्यकता महसूस कर रही है कि संक्रमण रोकने के लिये कडे कदम उठाए जाएं।
सोमवार , 12 अप्रैल को जिला मुख्यालय के कुछ व्यापारी कोविड कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए धडल्ले से कलेक्ट्रेट पहुंच गये। इनमें से कुछ के नाक - मुंह पर मास्क लगे थे, तो ऐसे भी सिरफिरे थे जिन्होंने मास्क सही तरीके से लगाना उचित नहीं समझा। सोशल डिस्टेंशिंग की तो एडीएम चैंबर में ही धज्जियां उड़ गयी। कलेक्ट्रेट परिसर में व्यापारियों की भीड़ ने बाकायदा नियम कायदे तोडते हुए फोटो सेशन करवाया। जबकि कोविड के बढते मामलों से अनूपपुर जिला चिंतित है। कल ही एक दिन में 93 मामले सामने आए हैं और दो संक्रमितों ने दम तोड़ दिया है।
लॉक डाउन के नियमों को तार तार करते हुए नगर के व्यापारी संघ ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपा है। जिसमें व्यापारियों ने ज्ञापन सौपते हुए सभी दुकानों को छूट देने की मांग की।
व्यापारियों का कहना है कि कुछ लोगों को राहत मिली है और कुछ व्यपारियो को दुकान बंद रखने से आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है ।ऐसे में अगर जिला प्रशासन मौहलत दे देती है तो काफी राहत मिलेगी। साथ ही दुकानदार इस बात का ख्याल रखेंगे की कोरोनो गाइड लाइन का पूरा पालन हो।
ज्ञापन सौपने वालो में बर्तन, होटल संचालक, भोजनालय, जनरल स्टोर,कपड़ा व्यापारी शामिल हुए। किराना
व्यापारी संघ के अध्यक्ष राकेश गौतम ने कहा है कि व्यापारी संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है और आश्वासन मिला कि आवेदन में सुनवाई कर सभी को राहत दी जायेगी।
एडीएम सरोधन सिंह को पत्र सौंपने पहुंचे कुछ व्यापारियों के इस गैर जिम्मेदाराना हरकत से लोग सन्न हैं। कोविड नियमों को तार तार कर भीड़ की शक्ल में कलेक्ट्रेट परिसर में कोविड कर्फ्यू के पहले ही दिन नियम - कायदों की धज्जियां उडाई गयी। जिला प्रशासन से ऐसे मामलों में सख्ती अपेक्षित है। अन्यथा आशंका है कि इससे प्रेरित होकर अन्य लोग भी ऐसी हरकत कर सकते हैं।