होली यानी रंगों का त्योहार, प्यार और मनुहार का त्यौहार, रंग गुलाल पिचकारी..ठिठोली का त्यौहार
"होली का त्यौहार"
होली यानी रंगों का त्योहार ,
प्यार और मनुहार का त्यौहार,
रंग गुलाल पिचकारी..
ठिठोली का त्यौहार ।
दही बड़े गुजिया का त्यौहार ,
पकवानों की है बहार,
ऐसा है होली का त्यौहार,
प्यार और मनुहार का त्यौहार।
निकले हैं घरों से सभी ,
लेकर रंग और गुलाल ,
बच्चे और जवान साथ हैं ,
बड़े और बूढ़ो की भी टोली ।
चली मस्ती में मस्तानों की टोली,
बुरा न मानो है होली ,,,,
बोल बोलकर लगे लगाने रंग गुलाल।
साथ में भांग के गिलास,
आई रे होली ,
ऐसा है होली का त्यौहार,
प्यार और मनुहार का त्यौहार।
बैर भुला दिए एक दूसरे के,
सारे खेल रहे हैं संग संग होली,
रंग गए सारे खुशी के रंग में ,
सब मिलकर मना रहे हैं होली ।
ऐसा है होली का त्यौहार
प्यार और मनुहार का त्यौहार।
(वंदना खरे की कलम से चचाई जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश)